Sunday 22 January 2012

i luv u :)


मैं वहीं पे था
आदमी ने कुत्ते को
पुचकारते
और सहलाते हुए कहा -
I LOVE U

कुत्ता चुप था
आदमी के चेहरे पे
भोलापन आ गया .
अधेड़पन की झुर्रियों को  चीरकर
चेहरे  पे  फ़ैल गया
और  मुस्कान की  शक्ल ले ली

कुत्ता  पहले से ही भोला था
उसके चेहरे  पे
झुर्रियां भी नहीं थी

आदमी  सहलाता रहा
कुत्ता  शांत था
बना रहा 

मैंने महसूस किया
कुत्ता इस आदमी  का
सगा तो नहीं
फिर आदमी  और  कुत्ते  में
दोस्ती क्यूँ ?
ये रिश्ता क्यूँ  कर ?

क्यूँकि आदमी  जानता है
कुत्ता  सगा नहीं  होता
पर उसकी दोस्ती  में
दग़ा नहीं  होता

कुत्ते और  आदमी  में
दोस्ती  मुमकिन है -
क्यूँकि दोस्ती  में
कम से  कम  एक का
वफ़ादार होना ज़रूरी है

और

कुत्ते  वफ़ादार  होते हैं !

और आदमी  ने  कुत्ते को
पुचकारते  और  सहलाते  हुए  कहा-
I LOVE U!

कुत्ता  शांत  था
बना  रहा 


(कुलेम रेलवे स्टेशन 10.01.12)
 

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