मेरा नाम है धोखा !
आइये तारुफ़ करवाएं
अपने पुराने तीन दोस्तों से
ये अदावत है
ये बगावत है
ये बेवफ़ाई ,
सब अज़ीज़ हैं मुझे !
इसीलिए इन्हें
धोखा देना चाहता हूँ ..
मगर इनसे अदावत
बगावत
और बेवफ़ाई ,
इनके और भी
करीब ले आती है ..
पीछा छुड़ाऊँ तो कैसे ?
मुझे यारी
मुहब्बत-ओ-वफ़ादारी
आते नहीं ..
मेरे नए दोस्त बनें
तो आख़िर बनें कैसे ?
चलो फिर से
उन्ही पुराने
तीन दोस्तों को
धोखे दें ..
अदावत के
बग़ावत के
बेवफ़ाई के
धोखे !
मगर इस बार
धोखेबाज़ी होगी
इंसानी फ़ितरत के मद्देनज़र,
यारी
मुहब्बत-ओ-वफ़ादारी
के वरक में
पोशीदा करके !
(पोशीदा -covered, वरक - cover, layer)
-स्वतःवज्र