Friday, 24 May 2013

शायर की शहादत

शायर को मरना होगा...

तोड़ के
चूरा करके
उस 
बेख़ौफ़
बेलौस
बेमुरव्वत
बदतमीज़ मगर सच्चे शायर को
खाद बनाई जाये 

कत्ले आम शायर का वक़्त की नज़ाकत है
नस्ल ए हिन्दुस्तान को खाद की ज़रूरत है !

शायर की शहादत से औज़ार रवाँ होता है
इन्कलाब होता है मुल्क़ जवाँ होता है !



 

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