Sunday, 25 December 2011

 
ए eco friendly!
Nature के रक्षक !!
मैं भी हूँ Nature  !!!

हरे पेड़ों से मैंने पूछा ,
कौन काटे तुझे ?
पेड़ों ने डाली झुका दी और कहा ,
Its
eco friendly!
Nature के रक्षक!!
और पेड़ हँसने लगे ज़ोर से .. हाहाहा ... 

गन्दी हवा से  मैंने  पूछा ,
यह  किसका धुआं ?
हवा ने  खाँसते हुए कहा , 

Its eco friendly!
Nature के रक्षक!!
और  हवाएं हँसने  लगीं ज़ोर  से ..
हाहाहा ... 

गन्दी  नदियों से  मैंने  पूछा ,
यह किसका  chemical?
नदी ने  गंदे आंसुओं के  साथ कहा , 

Its eco friendly!
Nature के रक्षक!!
और  नदियाँ हँसने  लगी  ज़ोर  से ..
हाहाहा ... 

सूखी मिटटी से  मैंने  पूछा,
यह  कैसा कचरा ?
मिटटी ने  गंदे  ढेलों के  साथ  कहा , 

Its eco friendly!
Nature के रक्षक!!
और  मिटटी  हँसने  लगी  ज़ोर  से ..
हाहाहा ... 

तो क्यों हँसते हो तुम चारों ?
डरो मुझ eco friendly se,
मैं  हूँ  वह ,
nature का भक्षक ! 

पेड़ झूम के  बोले ,
नदियाँ  लहरा के ,
हवा  का  झोंका ,
मिटटी  साथ  लाकर बोला - 

E eco friendly! 
हम  सब  हैं  Nature ,
विचारों से,
औजारों से,
क्यूँ काटे  हमें ?
क्यूँ  बाँटे हमें  इस तरह ?
 
तुझ में हैं हम सब ,
हमसे हो तुम सब,
भागोगे कब तक ?
जागोगे  कब तक ? 

ए eco friendly!
Nature के रक्षक !!
हम  सब  हैं  Nature !!! 



-Swarochisha "Swatahvajra"
:)
 

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