Sunday, 15 July 2012

सिले से नाम

चाय में चीनी ज़ियादा पीता हूँ 
नाम तुम्हारा तोड़ के 
कप में घोल दिया किसने 
होंठ चिपक गए 

सिले से होंठ हैं अब 
ये चाय तुम पी लोगी क्या...
अपने नाम वाली
मीठी चाय...
मुझसे जूठी चाय...






 

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